जबलपुर। शहर के भीतर 100 में से 40 फीसद तक बिजली कई इलाकों में चोरी हो रही है लेकिन ये बिजली किस मोहल्ले में गायब हो रही है इसकी तस्दीक नहीं हो पा रही है। बिजली विभाग ने लाइन लॉस चिन्हित करने के लिए ट्रांसफॉर्मर के स्तर पर चोरी को पकड़ने की योजना बनाई थी जो अब तक सफल नहीं हो पा रही है। योजना व्यावहारिक तौर पर सफल नहीं होने की बड़ी वजह है कि ट्रांसफार्मर में लगे लोड और डिस्ट्रीब्यूशन के मीटर सालों से बंद पड़े हैं। जहां चालू है उनकी कभी रीडिंग ही नहीं होती है।

क्या है मामला
शहर के अंदर बिजली का लाइन लॉस बेजा हो रहा है। नगर संभाग पूर्व के कई इलाकों में खुलेआम बिजली चोरी हो रही है। यहां सबसे ज्यादा लाइन लॉस 40 फीसद है। औसत शहर में 25 से 30 फीसद लाइन लॉस आ रहा है। कंपनी इसे कम करना चाह रही है। लाख जतन के बाद भी कमी नहीं आती दिखाई दे रही है। ऐसे में अब डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर से चोरी का आंकलन किया जाएगा। मतलब उपभोक्ता के घर से पहले जिस ट्रांसफार्मर से बिजली आ रही है उसका हिसाब किताब जांचा जाएगा।

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